Wednesday, May 9, 2012

~~ जो बीत गई सो बात गई!! ~~


जीवन में एक सितारा था 
माना वह बेहद प्यारा था 
वह डूब गया तो डूब गया 
अम्बर के आनन को देखो 
कितने इसके तारे टूटे 
कितने इसके प्यारे छूटे 
जो छूट गये फ़िर कहाँ मिले 
पर बोलो टूटे तारों पर 
कब अम्बर शोक मचाता है 
जो बीत गई सो बात गई!!! 

जीवन में वह् था एक कुसुम 
थे उस पर नित्य निछावर तुम 
वह सूख गया तो सूख गया 
मधुवन की छाती को देखो 
सूखी कितनी इसकी कलियां 
मुर्झाईं कितनी वल्लरियां 
जो मुर्झाईं फ़िर कहां खिली 
पर बोलो सूखे फूलों पर 
कब मधुवन शोर मचाता है 
जो बीत गई सो बात गई!!! 

मृदु मिट्टी के हैं बने हुए 
मधु घट फूटा ही करते हैं 
लघु जीवन लेकर आये हैं 
प्याले टूटा ही करते हैं 
फिर भी मदिरालय के अन्दर 
मधु घट हैं मधु प्याले हैं 
जो मादकता के मारे हैं 
वो मधु लूटा ही करते हैं 
वह कच्चा पीने वाला है 
जिसकी ममता घट प्यालों पर 
जो सच्चे मधु से जला हुआ 
कब रोता है चिल्लाता है 
जो बीत गई सो बात गई!!!

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